
सीकर के प्रस्तावित मास्टर प्लान 2041 का लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है। जहां मास्टर प्लान का आमजन के साथ विभिन्न व्यापारिक, राजनीतिक व किसान संगठनों की ओर से विरोध किया जा रहा है तो वही अब मास्टर प्लान के विरोध में राजस्थान प्रदेश किसान कांग्रेस भी मैदान में उतर आई है। राजस्थान प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष शिव भगवान नागा ने आज मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सीकर यूआईटी के प्रस्तावित मास्टर प्लान 2041 में शहर के विकास के नाम पर किसानों और आमजन की जमीन छीनने का षड्यंत्र किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान प्रदेश किसान कांग्रेस प्रस्तावित मास्टर प्लान की खामियां का विरोध करता है और जहां भी राजस्थान प्रदेश किसान कांग्रेस के सामने किसानों के हक की बात सामने आएगी तो हम किसानों के साथ होकर बड़ी मजबूती के साथ आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि फिर चाहे हमें किसानों के हक के लिए प्रस्तावित मास्टर प्लान के विरोध में सड़कों पर लड़ना पड़े या किसानों के साथ न्यायालय में लड़ाई लड़नी पड़े, हम लड़ने के लिए तैयार हैं लेकिन प्रस्तावित मास्टर प्लान 2041 किसी भी हालत में लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा प्रस्तावित मास्टर प्लान में बहुत सारी अव्यावहारिकता और खामियां हैं। मास्टर प्लान के नाम पर किसानों की जमीन हड़पने का काम कुछ भूमाफिया राजनेताओं की सह पर करना चाहते हैं और किसानों की जमीन मास्टर प्लान के नाम पर सस्ते दामों में खरीदना चाहते हैं। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार सीकर के प्रस्तावित मास्टर प्लान को रद्द कर किसानों और आमजन से वार्ताकर जमीन मालिक को उचित मुआवजा हुए देते नए सिरे से मास्टर प्लान बनाए। उन्होंने कहा कि आगामी 10 अगस्त को विभिन्न संगठनों की संघर्ष समिति की ओर से सीकर कृषि उपज मंडी में होने आमसभा को भी राजस्थान प्रदेश किसान कांग्रेस अपना समर्थन देती है। इस दौरान पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष संजय शर्मा, सुशील माटोलिया, कुडली सरपंच प्रभुदयाल ओला, जगमाल कालेर, बलबीर सिंह ओला व एडवोकेट मुकुल शर्मा भी मौजूद रहे।