
## **सीकर जिला जूडो संघ कार्यकारिणी का गठन : महेश कुमार खोखर बने जिलाध्यक्ष, युवा खिलाड़ियों के लिए नई संभावनाएँ**
सीकर। सीकर जिले में खेलों की दिशा और गति तय करने वाले महत्वपूर्ण संगठन *जिला जूडो संघ* की नई कार्यकारिणी का गठन शनिवार को किया गया। यह चुनाव सीकर शहर के गणेश बिहार आवास में निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार सम्पन्न हुए। चुनाव अधिकारी एडवोकेट धर्मेंद्र सिंह की देखरेख में चुनाव सम्पन्न हुआ। वहीं जूडो संघ से आधिकारिक पर्यवेक्षक (ऑब्जर्वर) के रूप में खुशीराम गुर्जर और आशुतोष कुमावत मौजूद रहे।
काफी विचार-विमर्श और सहमति से बने इस संगठन का नेतृत्व महेश कुमार खोखर को सौंपा गया जो अब *सीकर जिला जूडो संघ के नए अध्यक्ष* चुने गए हैं। उनके साथ सचिव पद की जिम्मेदारी नारायण कुमावत को सौंपी गई। कोषाध्यक्ष के रूप में सुभाष बरवड़ निर्वाचित हुए।
इसके अतिरिक्त कार्यकारिणी को और अधिक सशक्त बनाने के लिए अलग-अलग पदों पर भी चुनाव हुए। चेयरमैन पद पर प्रवीण कुमार लाटा ने जीत दर्ज की। वाइस चेयरमैन के रूप में रमेश कुमावत बगड़ी को चुना गया। वहीं उपाध्यक्ष पद पर मुकेश कुमार गुर्जर और हरिशंकर शर्मा निर्वाचित हुए। सह-सचिव पद पर मुनी चौहान, कविता बगड़िया और नितेश चौधरी को जिम्मेदारी दी गई। कार्यकारिणी सदस्य के रूप में भवर सिंह शेखावत, अजय सिंह तंवर और ताराचंद्र गुर्जर का चयन किया गया।
महेश कुमार खोखर का चयन केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि जिले के खेल प्रेमियों के लिए प्रेरणा का प्रसंग माना जा रहा है। खोखर पहले भी *जिला महामंत्री* रह चुके हैं। इसके अलावा वे *प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य – भाजपा किसान मोर्चा*, *राजस्थान मजदूर संघ* तथा *राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ* में मंडल और खंड कार्यवाहक जैसे दायित्व भी निभा चुके हैं। वर्तमान में वे *किसान संघ जिला प्रचार प्रमुख* के पद पर कार्यरत हैं।
ऐसे लंबे सामाजिक और संगठनात्मक अनुभव के कारण उनसे यह उम्मीद की जा रही है कि जिले में जूडो खेल और अधिक मज़बूत स्थिति में स्थापित होगा। खोखर स्वयं छात्रों, किसानों और मजदूर संगठनों के साथ लंबे समय से जुड़े रहे हैं, और इसी का लाभ वे जिले के खेलजगत को भी दिला सकते हैं।
अपने पहले वक्तव्य में जिलाध्यक्ष खोखर ने बताया कि 29 से 31 अगस्त तक भरतपुर के लोहागढ़ स्टेडियम में *सब-जूनियर एवं कैडेट छात्र-छात्रा राज्य स्तरीय प्रतियोगिता* आयोजित की जाएगी। इसमें सीकर जिले के खिलाड़ी भी भाग लेंगे।
इसके लिए चयन ट्रायल रविवार को *श्रीमाधोपुर चैम्पियन स्पोर्ट्स एकेडमी* में आयोजित किया जाएगा। सब-जूनियर वर्ग में 2008 से 2010 तक जन्मे छात्र-छात्राएं खेल सकेंगे, जबकि कैडेट वर्ग में 2011 से 2013 तक जन्मे छात्र-छात्राएं अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर पाएंगे।
खोखर ने भरोसा दिलाया कि सीकर जिले के खिलाड़ियों को उचित प्रशिक्षण और सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी ताकि वे राज्य स्तरीय स्पर्धा में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें।
सचिव नारायण कुमावत ने अपनी बात रखते हुए कहा कि अब जिले के हर गांव से जूडो खिलाड़ियों को जोड़ा जाएगा। उनका मानना है कि अभी तक खेल सुविधाएँ शहरों तक सीमित रही हैं, परंतु अब ग्रामीण क्षेत्रों तक इसकी पहुँच आवश्यक है।
उन्होंने कहा – *“जूडो अनुशासन, आत्मविश्वास और शारीरिक मजबूती का खेल है। यदि इसे बच्चों से लेकर युवाओं तक पहुँचाया जाए तो इससे उनके चरित्र, स्वास्थ्य और भविष्य दोनों का विकास होगा।”*
जूडो केवल एक खेल ही नहीं बल्कि आत्मरक्षा की भी एक प्रभावी कला है। बेटियों और महिलाओं के लिए यह खेल आत्मनिर्भरता और संरक्षण का बेहतरीन जरिया साबित होता है। सीकर जिले की नई कार्यकारिणी का यह प्रयास रहेगा कि सरकार और खेल परिषद की योजनाओं का लाभ खिलाड़ियों तक समय पर पहुँचे।
इसके अलावा, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जूडो खेल की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। ओलम्पिक खेलों में भी यह एक प्रमुख प्रतिस्पर्धा है। ऐसे में सीकर जिले की नई टीम यदि सही दिशा में प्रयास करती है तो आने वाले वर्षों में जिले के खिलाड़ियों को न केवल राज्य बल्कि राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाया जा सकेगा।
सीकर जिले के कई खिलाड़ी पहले से ही राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपना परचम लहरा चुके हैं। लेकिन सुविधाओं की कमी हमेशा चुनौती रही है। खिलाड़ियों ने उम्मीद जताई है कि नई कार्यकारिणी विशेषकर ग्रामीण इलाकों में कोचिंग शिविर, प्रशिक्षण केंद्र और उपकरण उपलब्ध करवाएगी।
कुछ खिलाड़ियों ने यह भी कहा कि यदि ट्रायल और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जिले के प्रतिभाशाली खिलाड़ी सामने आते हैं तो उनके मार्गदर्शन के लिए अनुभवी कोचों की नियुक्ति आवश्यक है।
महेश कुमार खोखर ने कहा कि जूडो संघ अब सिर्फ खेल तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि सामाजिक चेतना के साथ भी जुड़ा रहेगा। उन्होंने बताया कि योजनाबद्ध तरीके से *स्कूल-स्तर पर प्रतियोगिताएँ, नियमित कैंप और खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति जैसी सुविधाएँ* उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा।
उनका लक्ष्य है कि अगले दो वर्षों में सीकर जिला राजस्थान के जूडो खेल मानचित्र पर एक अग्रणी जिला बनकर उभरे।
सीकर जिला जूडो संघ की नई कार्यकारिणी के गठन ने जिले के खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों में नई ऊर्जा का संचार किया है। महेश कुमार खोखर जैसे अनुभवी नेतृत्व से उम्मीद की जा रही है कि संगठन अब अधिक संगठित, सक्रिय और खिलाड़ियों के विकास हेतु समर्पित बनेगा।
आगामी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता केवल एक खेल आयोजन नहीं है बल्कि यह सीकर जिले की खेल क्षमताओं का भी इम्तिहान होगा। यदि यहां के खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन करते हैं तो इससे पूरे जिले की पहचान और प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
इस नए अध्याय के साथ अब नज़रें इस बात पर टिकी हैं कि खोखर और उनकी टीम आने वाले समय में जिले के जूडो खिलाड़ियों के लिए क्या ठोस कदम उठाती है।