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प्रोजेक्ट सक्षम 3.0 का समापन समारोह सफलतापूर्वक संपन्न

प्रोजेक्ट सक्षम 3.0 का समापन

प्रोजेक्ट सक्षम 3.0 का समापन समारोह सफलतापूर्वक संपन्न

नई दिल्ली: विधि संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय की एलुमनाई पहल के तहत संचालित “प्रोजेक्ट सक्षम 3.0” का समापन समारोह  वर्चुअल माध्यम (Zoom) से सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम एक वर्ष तक चले सेवा, सहयोग और विधिक सशक्तिकरण के प्रयासों की औपचारिक पूर्णता का प्रतीक रहा।
परियोजना का अवलोकन
प्रोजेक्ट सक्षम 3.0 का उद्देश्य देशभर में वंचित और हाशिये पर खड़े समुदायों को नि:शुल्क विधिक सहायता, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी और समान न्याय की दिशा में जागरूकता प्रदान करना था। यह पहल पूर्ववर्ती सक्षम 1.0 और 2.0 की सफलता पर आधारित थी। जून 2024 में आरंभ हुई यह परियोजना अप्रैल 2025 में अपने समापन पर पहुंची।

परियोजना तीन चरणों में क्रियान्वित की गई:
1. क्षेत्रीय भ्रमण, सर्वेक्षण एवं मेगा कैम्प
2. शैक्षिक व प्रशिक्षण कार्यक्रम (सेमिनार, वेबिनार एवं कार्यशालाओं के माध्यम से)
3. विशेष दौरे
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड जैसे छह राज्यों में यह गतिविधियाँ संचालित की गईं। लगभग 1200 स्वयंसेवकों और 76 टीमों के समर्पण से यह परियोजना समाज के सबसे संवेदनशील वर्गों तक पहुँची। महिलाओं, बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों, LGBTQ+ समुदाय, सेक्स वर्कर्स और नशा पीड़ित व्यक्तियों को उनके अधिकारों व संसाधनों की जानकारी एवं सहायता उपलब्ध कराई गई।
समारोह की मुख्य झलकियाँ
शाम 4:00 बजे समारोह की शुरुआत स्वागत भाषण के साथ हुई, जिसके बाद विधिक सेवा समिति, लॉ सेंटर-I के संकाय संयोजक डॉ. उपेंद्र नाथ ने स्वागत संबोधन दिया। परियोजना की विस्तृत जानकारी श्री दिनेश चंद मीणा (कार्यकारी निदेशक) द्वारा प्रस्तुत की गई।
समारोह में देशभर के अनेक प्रतिष्ठित शिक्षाविदों और संस्थान प्रमुखों ने सहभागिता की और परियोजना की सफलता की सराहना की। मुख्य वक्ताओं में शामिल रहे:
प्रो. (डॉ.) अंजू वाली टिक्कू, अधिष्ठाता, विधि संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय (मुख्य संरक्षक)
प्रो. (डॉ.) अल्का चावला, प्रोफेसर-इन-चार्ज, कैंपस लॉ सेंटर, डीयू
प्रो. (डॉ.) अनुपम झा, प्रोफेसर-इन-चार्ज, लॉ सेंटर-II, डीयू
प्रो. (डॉ.) एल. पुष्प कुमार, निदेशक, आईएलसी, डीयू
प्रो. (डॉ.) ग़ुलाम यज़दानी, अधिष्ठाता, जामिया मिल्लिया इस्लामिया
डॉ. संजुला थानवी, अधिष्ठाता, विधि विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय
प्रो. (डॉ.) क्वीनि प्रधान, अधिष्ठाता, यूएसएलएलएस, जीजीएसआईपीयू
प्रो. (डॉ.) प्रदीप कुलश्रेष्ठ, अधिष्ठाता, बेनेट विश्वविद्यालय ओपी
प्रो. (डॉ.) सलीना के. बसीर, अधिष्ठाता, जामिया हमदर्द
डॉ. शोभना जीत, निदेशक, जीएसएससी, केआर मंगलम विश्वविद्यालय
प्रो. (डॉ.) आदित्य तोमर, अधिष्ठाता, स्कूल ऑफ लॉ, गलगोटियाज विश्वविद्यालय
प्रो. (डॉ.) आशा वर्मा, अधिष्ठाता, मानेव रचना विश्वविद्यालय
प्रो. (डॉ.) वार्तिका अरोड़ा, प्राचार्य, कनोरिया लॉ स्कूल, जयपुर
विचार और सम्मान
प्रमुख योगदानकर्ताओं में अधिवक्ता परमेश्वरी धायल (प्रबंध निदेशक), अधिवक्ता दिनेश चंद मीणा (कार्यकारी निदेशक), अधिवक्ता ऋषभ सिंह (राष्ट्रीय प्रमुख) तथा राज्य प्रमुखों – डिशांत तिवारी, अधिवक्ता अमन कुमार, लवकुश चौरसिया, अधिवक्ता अमन दलाल, उमर चौधरी – के अनुभव साझा किए गए।

राज्य सह-प्रमुखों में आकांक्षा श्रीवास्तव, सलमान खान, श्रुति अग्रवाल, रिफ़त तौहीद और आशीष राणा ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।
समारोह का समापन अधिवक्ता अमन कुमार, राज्य समन्वयक राजस्थान, प्रोजेक्ट सक्षम 3.0 द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

कार्यक्रम में सभी स्वयंसेवकों को प्रशंसा पत्र प्रदान किए गए और परियोजना की यात्रा को प्रदर्शित करती एक डॉक्यूमेंट्री भी प्रस्तुत की गई। समापन समारोह ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि शिक्षण संस्थान, छात्र और पेशेवर वर्ग समाज में विधिक साक्षरता और न्याय सुनिश्चित करने हेतु संकल्पित हैं।

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