
सीकर फाल्गुन मास मे लग रहा है की जैसे पूरा ब्रिज मण्डल ही खाटूश्यामजी की धरती पर उतर आया हो ओर हर कोई उसमें सामिल होना चाह रहा है। रींगस से लेकर के खाटूश्यामजी तक का 16 किलोमीटर का रास्ता पूरा श्याममय हो गया है। पूरे रास्ते में श्याम भक्तों का रैला चल रहा हैं। भक्तों के हाथों में निशान और जुबां पर बाबा श्याम के जयघोष है। हर कोई नाचता हुआ बाबा श्याम के भजनो में मगन है। मेले मे आने वाले श्रृद्धालुओ के लिये रींगस सेखाटू तक कालीन बिछायी गयी है। बाबा श्याम के बारह दिवसीय लक्खी मेले का 28 फरवरी को आगाज हुआ था। ग्यारह दिन में पहले दो दिन में लाखों भक्तों ने श्याम दरबार में शीश नबाया। मेला कल तक चलेगा। भक्तों की संख्या अधिक होने के कारण जिक जैक द्वारा प्रवेश दिया जा रहा है। अगले भक्तों को कतार में खड़े होकर दर्शनों के लिए चार से पांच घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। भक्तों की संख्या को देखते हुए पुलिस, प्रशासन व मंदिर कमेटी दिनभर इंतजामों में लगी हुई हैं मेले में आने वाले भक्तो कि सेवा के लिये रींगस व खाटू के बीच भंडारे व सेवा शिविर लगाए गये हैं। सेवा शिविरों में पैदल आने वाले भक्तों के रहने व जलपान की व्यवस्थ की गई है। रास्ते में चिकित्सा सुविधा के लिए भी शिविर लगाए गए हैं जहाँ घायल भक्तो का ईलाज किया जा रहा हैं।